आपके मेल आइ-डी का पता...?

हिन्दुस्तान मे अभी भी अच्छे-अच्छे पढे लिखे और महानगरों में रहने वाले लोगों की इन्टरनेट और कम्प्यूटर के बारे क्या जानकारी और स्थिति है, इसकी एक बानगी...
यह अनुभव अभी हाल ही में अपने हैदराबाद प्रवास के दौरान हुआ...संबन्धित व्यक्ति का नाम नही लिखूंगा, वैसे मुझे आशा नही कि इस लेख तक उनकी नजर कभी पहुँचेगी, फिर भी गर कभी पढें और उन्हे बुरा लगे तो अग्रिम क्षमा...
तो साहब, अपने काम के सिलसिले में मै इन हजरात से मिलने पहुँचा.अपने विषय पर में इनकी जानकारी और पकड वाकई काफी गहरी थी, स्वतंत्र सलाहकार(Private Consultant) होने के अलावा ये उस विषय पर गठित कुछ समितियों के सदस्य भी हैं...पर चूँकि मै उन्हे कुछ सलाह राशि(Consultancy Fee) तो अदा कर नही रहा था बस एक अन्वेषक (Researcher)के नाते जितना कुछ फोकट में झाड सकता था और जितना कुछ वे बिना लिये बता सकते थे...वो मैने उनसे जाना और उन्होने मुझे बताया.
चलते चलते मैने उनसे उनका मेल आइ-डी मांग लिया, ताकि भविष्य में जरूरत पडने पर संपर्क कर सकूं.उन्होने जेब से अपना विजिटिंग कार्ड निकालते हुए मुझे दो आइ-डी बताये और बोले, ये ऊपर वाला हैदराबाद का, और नीचे वाला बैंगलोर का है,किसी पर भी सम्पर्क कर लेना... मैं भौंचक, कि ये क्या महिमा है, ये मेल आइ-डी है या पोस्ट बोक्स नम्बर?
फिर उन्होने समझाया कि उनका एक बेटा बैंगलोर में कार्यरत है और दूसरा हैदराबाद में ही, दोनो आइ-डी क्रमशः दोनो बेटों ने बना कर दिये है और वही इन्हें चेक करके खबर कर देते हैं...
मुझे बहुत हँसी भी आई और आश्चर्य भी हुआ था लेकिन उम्र और अनुभव में उनसे बहुत छोटा होने की वजह से उनसे कुछ कह नही पाया....बस उनसे विदा ली और आगे भी 'ई-मेल पर संपर्क में बने रहने' की बात कह कर चल आया.

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